The scene reminds me a lovely and melodious song MERE RASKE QAMAR given below from the Hindi movie Baadshaho sung by well known Ghazal singers Nusrat Fateh Ali Khan and Rahat Fateh Ali Khan.

ऐसे लहरा के तू रूबरू आ गयी
ऐसे लहरा के तू रूबरू आ गयी
धड़कने बेतहाशा तड़पने लगीं
धड़कने बेतहाशा तड़पने लगीं
तीर ऐसा लगा दर्द ऐसा जगा
तीर ऐसा लगा दर्द ऐसा जगा
चोट दिल पे वो खायी मज़ा आ गया

मेरे रश्के क़मर

मेरे रश्के क़मर तूने पहली नज़र
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया

जोश ही जोश में मेरी आगोश में
आके तू जो समायी मज़ा आ गया

मेरे रश्के क़मर तूने पहली नज़र
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया

रेत ही रेत थी मेरे दिल में भरी
रेत ही रेत थी मेरे दिल में भरी
प्यास ही प्यास थी ज़िन्दगी ये मेरी
प्यास ही प्यास थी ज़िन्दगी ये मेरी

आज सेहराओं में इश्क के गाँव में
आज सेहराओं में इश्क के गाँव में
बारिशें घिर के आई मज़ा आ गया

मेरे रश्के क़मर

मेरे रश्के क़मर तूने पहली नज़र
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया

ना अनजान हो गया हम फ़ना हो गए
ऐसे तू मुस्कुरायी मज़ा आ गया

मेरे रश्के क़मर तूने पहली नज़र
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया

बर्क सी गिर गयी काम ही कर गयी
बर्क सी गिर गयी काम ही कर गयी
आग ऐसी लगायी मज़ा आ गया

The image is from the wilderness of Delhi taken in December 2019.

About Vinod Goel

He joined Customs & Central Excise service in 1982. As a civil servant, his job takes him to various parts of India, which gave him an opportunity to capture our wild heritage, through his camera. His passion for wildlife photography started in 2004 when he was posted at Raipur (Chhattisgarh) and this passion continues till today.